ताइवान में भूकंप से तबाही: 6.4 तीव्रता, सुनामी का अलर्ट जारी, भारत के लेह तक महसूस हुए झटके

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Taiwan Earthquake: ताइवान में सोमवार (20 जनवरी) को देर रात भूकंप के तेज झटकों ने सबको हिला कर रख दिया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.4 मापी गई। इस भूकंप के झटके भारत के लेह तक महसूस हुए।

Taiwan Earthquake: ताइवान में सोमवार (20 जनवरी) को देर रात भूकंप के तेज झटकों ने सबको हिला कर रख दिया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.4 मापी गई। रात 12:17 बजे आए इस भूकंप से ऊंची-ऊंची इमारतें हिलने लगीं। लोग सो रहे थे और अचानक कंपन महसूस होते ही घरों से बाहर निकलने लगे। भूकंप से 27 लोग घायल हुए हैं और कई इमारतें जमींदोज हो गईं। ताइवान के युजिंग शहर से 12 किलोमीटर उत्तर में इसका केंद्र बताया गया है। अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे ने इस भूकंप की पुष्टि की है। इस भूकंप के झटके लद्दाख के लेह इलाके में भी महसूस किए गए।

सुनामी का अलर्ट, 2 करोड़ लोगों पर खतरा
भूकंप के बाद ताइवान में सुनामी का अलर्ट जारी किया गया है। सरकार ने लोगों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी दी है। करीब 2.34 करोड़ लोगों पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। फायर डिपार्टमेंट ने बताया कि मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकालने का काम तेजी से जारी है। ताइवान के नानक्सी जिले में एक बड़ी इमारत ढह गई है। सरकार ने राहत और बचाव कार्य के लिए टीमों को सक्रिय कर दिया है।

झूवेई पुल और इमारतों को हुआ नुकसान
भूकंप से ताइवान के स्टेट हाईवे पर बना झूवेई पुल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। राजधानी ताइपे में भी झटके महसूस किए गए। इमारतों और दुकानों को भारी नुकसान हुआ है। कई मकानों की छतें गिर गईं और मलबे में लोग फंस गए। इस भूकंप से करोड़ों के नुकसान का अनुमान है। बचाव कार्य में दमकल विभाग और स्थानीय प्रशासन जुटे हुए हैं।

लद्दाख के लेह में भी महसूस हुए भूकंप के झटके

रिक्टर स्केल पर 4.5 मापी गई तीव्रता
ताइवान में आए भूकंप का असर भारत में भी दिखा। मंगलवार की आधी रात को लद्दाख के लेह क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.5 मापी गई। भूकंप का केंद्र लेह से करीब 15 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित था। हालांकि, भूकंप से किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन लोगों में दहशत का माहौल देखा गया। स्थानीय समयानुसार रात करीब 12:17 बजे भूकंप आया, जिससे लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। भूकंप के बाद सुबह 11 बजे तक कई छोटे झटके महसूस किए गए।

लेह में झटकों के बाद प्रशासन अलर्ट
लेह प्रशासन ने तुरंत आपदा प्रबंधन टीमों को सक्रिय कर दिया। क्षेत्रीय प्रशासन ने बताया कि अभी तक किसी के घायल होने या संपत्ति के नुकसान की सूचना नहीं मिली है। हालांकि, एहतियात के तौर पर इमारतों की जांच शुरू कर दी गई है। भूकंप के बाद प्रशासन ने लोगों को सलाह दी है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और अफवाहों से बचें। साथ ही, विशेषज्ञों की टीमों को यह सुनिश्चित करने के लिए तैनात किया गया है कि इलाके में जोखिम न हो।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे भूकंप के वीडियो
ताइवान में आए इस भूकंप के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। वीडियो में ऊंची इमारतों को गिरते हुए देखा जा सकता है। दुकानों और शोरूम में सामान बिखर गया। कई जगहों पर लोग अपने परिवार के सदस्यों को मलबे से निकालते नजर आए। राहत कार्य तेजी से चल रहा है।हालांकि, रेस्क्यू में जुटे कर्मचारियों का कहना है कि नुकसान के आंकड़े बढ़ सकते हैं।

मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की हिदायत
भूकंप के बाद ताइवान के समुद्री तटों पर हलचल बढ़ गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि सुनामी का खतरा काफी गंभीर हो सकता है, क्योंकि भूकंप का केंद्र समुद्र के नजदीक था। स्थानीय मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त हिदायत दी गई है। इसके अलावा, तटवर्ती इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। प्रशासन ने तटीय गांवों और कस्बों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर जाने का निर्देश दिया है।

जापान और अमेरिका ने बढ़ाया मदद का हाथ
ताइवान की सरकार ने भूंकप प्रभावित इलाकों में स्पेशन रेस्क्यू टीमों को भेजा है। घायल लोगों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर और एंबुलेंस का सहारा लिया जा रहा है। इस बीच, जापान और अमेरिका जैसे देशों ने ताइवान को मदद की पेशकश की है। अमेरिका के भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) ने इस भूकंप की तीव्रता और उसके प्रभाव का विस्तृत अध्ययन किया है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ताइवान की स्थिति पर नजर बनाए हुए है।

ताइवान सरकार ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग
ताइवान सरकार ने भूकंप के तुरंत बाद आपातकालीन बैठक बुलाई। प्रधानमंत्री ने सभी जिलों के अधिकारियों को तेजी से राहत कार्य करने के निर्देश दिए। आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया कि प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री, जैसे खाने-पीने का सामान, कंबल और दवाइयां पहुंचाई जा रही हैं।साथ ही, स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की मदद से इमारतों की संरचनात्मक सुरक्षा का आकलन शुरू किया गया है।

राष्ट्रपति कार्यालय ने क्या कहा?
राष्ट्रपति कार्यालय से जारी बयान में कहा गया है कि “हम सभी घायलों को जल्द से जल्द चिकित्सा सहायता प्रदान करेंगे और प्रभावित लोगों को हर संभव मदद दी जाएगी।” साथ ही, जनता को अपील की गई है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को समुद्र से दूर रहने की सख्त चेतावनी दी गई है। सरकार ने भूकंप के कारण क्षतिग्रस्त इमारतों और पुलों को दोबारा तैयार करने के लिए विशेष फंड जारी करने का भरोसा दिया है।

Alisha Rana

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