Earthquake in China: चीन के तिब्बत में 7.1 तीव्रता के भूकंप से 32 लोगों की मौत, 38 घायल। भारत समेत नेपाल, बांग्लादेश में महसूस हुए झटके। नेपाल में बड़े पैमाने पर इमारतें धराशायी हाे गई हैं। बड़ी संख्या में लोग मलबे में फंसे। जानें अपडेट।
Earthquake in China: मंगलवार सुबह 6:35 बजे चीन के ऑनोमनस रीजन तिब्बत में 7.1 तीव्रता के भूकंप ने जबरदस्त तबाही मचाई। चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी सिन्हुआ ने बताया है कि भूकंप का केंद्र नेपाल और चीन की सीमा के पास जमीन से 10 किलोमीटर नीचे था। भूकंप के कारण तिब्बत में 32 लोगों की मौत और 38 के घायल होने की पुष्टि हुई है। भूकंप के झटके भारत, नेपाल, बांग्लादेश और चीन में भी महसूस किए गए। भूकंप के झटके महसूस होने पर लोग अपने घरों से बाहर निकलने को मजबूर हो गए।
तिब्बत में मची तबाही, मलबे में फंसे लोग
तिब्बत के शिगाजे शहर में भूकंप से भारी नुकसान हुआ है। सरकारी मीडिया के अनुसार, बड़ी संख्या में इमारतें ढह गई हैं, और कई लोग मलबे में फंसे हुए हैं। चीन की स्टेट काउंसिल ने इस क्षेत्र में लेवल-3 आपातकाल की घोषणा कर दी है। राहत और बचाव कार्य तेज़ी से जारी है।
नेपाल में धराशायी हुईं इमारतें, डर का माहौल
नेपाल में भूकंप के झटकों के कारण बड़ी इमारतें धराशायी हो गईं। वहां के स्थानीय लोग सोशल मीडिया पर तबाही की तस्वीरें और वीडियो साझा कर रहे हैं। कई इलाकों में घर पूरी तरह मलबे में तब्दील हो गए हैं।
डेढ़ घंटे में छह बार डोली धरती
तिब्बत में भूकंप के बाद भी धरती थमने का नाम नहीं ले रही। सुबह से डेढ़ घंटे के भीतर छह बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। पहले झटके की तीव्रता 7.1 रही, जबकि अन्य झटके 4.7 से 5.0 तीव्रता के थे। लगातार झटकों के कारण लोगों में दहशत बनी हुई है।
भारत में भी महसूस हुए झटके
उत्तर भारत के कई राज्यों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के लोग भूकंप के कारण घरों से बाहर निकल आए। सर्दी के बीच अचानक खिड़कियों और पंखों के हिलने से लोगों में डर का माहौल है।
राहत कार्य में जुटी टीमें
चीनी सरकार ने राहत कार्य के लिए राष्ट्रीय टास्क फोर्स तिब्बत भेजी है। घायलों को अस्पताल पहुंचाने और मलबे में फंसे लोगों को निकालने का काम युद्ध स्तर पर जारी है। नेपाल और चीन के कुछ इलाकों में सेना को भी तैनात किया गया है।
भूकंप के बाद जानिए क्या करें और क्या न करें
विशेषज्ञों का कहना है कि भूकंप के समय लिफ्ट का इस्तेमाल न करें। खिड़कियों और शीशों से दूर रहें। भूकंप रुकने तक किसी मजबूत स्थान पर छिपे रहें। इसके अलावा, किसी भी बिजली उपकरण को चालू या बंद न करें।
मौत का आंकड़ा बढ़ने की आशंका
चीनी और नेपाली मीडिया के अनुसार, भूकंप से मौत का आंकड़ा बढ़ सकता है। राहत-बचाव कार्य जारी होने के कारण अभी तक सभी प्रभावित क्षेत्रों से जानकारी नहीं मिल पाई है। विशेषज्ञों ने अगले कुछ घंटों में और झटकों की संभावना जताई है।