Exam preparation: एक्जाम के दिनों में बच्चों का टेंशन में आना कॉमन है। हालांकि परीक्षा की चिंता को कुछ टिप्स फॉलो कर आसानी से दूर किया जा सकता है।
Exam preparation: फरवरी-मार्च का महीना स्टूडेंट्स के लिए काफी अहम होता है। इन दिनों में छात्रों की फाइनल एक्ज़ाम का दौर शुरू हो जाता है। बहुत से बच्चे परीक्षा का नाम सुनते ही टेंशन में आ जाते हैं। सालभर तैयारी करने के बावजूद कई बार बच्चे एक्जाम फोबिया के शिकार हो जाते हैं। वहीं, कई बच्चे एक्ज़ाम के आखिरी दिनों में ही पढ़ाई करना शुरू करते हैं, ऐसे में जरूरी है कि एक्ज़ाम के कुछ वक्त पहले से कुछ टिप्स को अपनाकर स्टडी की जाए, इससे एक्ज़ाम का टेंशन दूर हो जाएगा।
बता दें कि परीक्षा की तैयारी एक चुनौतीपूर्ण काम हो सकता है, लेकिन सही तरीके से की गई तैयारी सफलता की गारंटी दे सकती है। यहां कुछ जरूरी टिप्स दिए गए हैं जो आपको परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने में मदद कर सकते हैं।
एक्ज़ाम की तैयारी के 7 ज़रूरी टिप्स
समय सारणी बनाएं: एक विस्तृत समय सारणी बनाएं जिसमें आप हर विषय को पढ़ने के लिए कितना समय देंगे, यह निर्धारित करें। यह आपको संगठित रहने और सभी विषयों को समान रूप से समय देने में मदद करेगा।
अच्छी जगह चुनें: पढ़ाई के लिए एक शांत और शोर से मुक्त जगह चुनें जहां आपको कोई विचलित न करे। अच्छी रोशनी और एक आरामदायक कुर्सी का उपयोग करें।
नोट्स बनाएं: अपनी पढ़ाई के दौरान नोट्स बनाएं। यह आपको महत्वपूर्ण बिंदुओं को याद रखने में मदद करेगा और बाद में रिवीजन के लिए भी उपयोगी होगा।
पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र हल करें: पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल करने से आपको परीक्षा के पैटर्न और पूछे जाने वाले प्रश्नों के प्रकार का अंदाजा हो जाएगा।
समूह अध्ययन करें: अपने दोस्तों के साथ समूह अध्ययन करें। यह आपको विभिन्न दृष्टिकोणों से विषय को समझने में मदद करेगा और आप एक-दूसरे की शंकाओं का समाधान कर सकते हैं।
स्वस्थ रहें: नियमित रूप से व्यायाम करें, संतुलित आहार लें और पर्याप्त नींद लें। एक स्वस्थ शरीर ही एक स्वस्थ मन को जन्म देता है।
आत्मविश्वास रखें: खुद पर विश्वास रखें और सकारात्मक रहें। नकारात्मक विचारों को अपने मन से दूर रखें।
अतिरिक्त टिप्स
मॉक टेस्ट दें: मॉक टेस्ट देने से आपको परीक्षा के वातावरण का अनुभव होगा और आप अपनी कमजोरियों को पहचान पाएंगे।
ब्रेक लें: लगातार पढ़ाई करने से थकान और बोरियत महसूस हो सकती है। इसलिए समय-समय पर ब्रेक लें।
एक सकारात्मक माहौल बनाएं: अपने आस-पास एक सकारात्मक माहौल बनाएं। परिवार और दोस्तों से प्रेरणा लें।