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अडानी पोर्ट्स पर पहली बार LNG से चलने वाला जहाज पहुंचा, जानें इसकी खासियत

अडानी पोर्ट ने कहा कि मुंद्रा पोर्ट पर जहाज का ईजी बर्थिंग, अदानी पोर्ट्स की इनोवेशन, स्टेबिलिटी और शानदार ऑपरेशन के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है. अडानी का मुंद्रा बंदरगाह भारत का सबसे बड़ा बंदरगाह है और APSEZ का प्रमुख बंदरगाह है.

अदानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन (APSEZ) मुंद्रा ने पोर्ट के कंटेनर टर्मिनल-CT4 पर डॉक करने वाले पहले लिक्विफाइड नेचुरल गैस (LNG) संचालित कंटेनर पोत CMA CGM फोर्ट डायमेंट का स्वागत किया है, APSEZ ने अपने बयान में कहा कि 268 मीटर लंबाई और 43 मीटर चौड़ाई वाला यह जहाज 7,000 कंटेनरों की क्षमता वाले LNG-संचालित जहाजों की सीरिज में तीसरा है. बता दें कि CIMEX2K/AS-1 सेवा पर परिचालन करते हुए यह भारतीय उपमहाद्वीप को चीन से जोड़ता है, जो बिजनेस के लिहाज से भारत को और मजबूत बनाता है.

ये है पोर्ट की खासियत
अडानी पोर्ट ने कहा कि मुंद्रा पोर्ट पर जहाज का ईजी बर्थिंग, अदानी पोर्ट्स की इनोवेशन, सस्टेनेबिलिटी और शानदार ऑपरेशन के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है. अडानी का मुंद्रा बंदरगाह भारत का सबसे बड़ा बंदरगाह है और APSEZ का प्रमुख बंदरगाह है. यह 21 मीटर की गहराई तक के जहाजों को संभालने के लिए अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे से लैस है, जो राजमार्गों, रेल गलियारों और समर्पित माल गलियारे (DFC) के माध्यम से मजबूत कनेक्टिविटी को दिखाता है.

LNG जहाज से बदलेगी शिपिंग इंडस्ट्री?
ईंधन सोर्स के रूप में LNG को अपनाना शिपिंग इंडस्ट्री की कार्बन उत्सर्जन को कम करने की चल रही प्रतिबद्धता को दर्शाता है. LNG से चलने वाले जहाज पारंपरिक समुद्री ईंधन के लिए एक स्वच्छ, ग्रीन विकल्प प्रदान करते हैं. मुंद्रा पोर्ट ने पहले भारत में डॉक करने वाले कुछ सबसे बड़े कंटेनर जहाजों की मेजबानी की है, जिसमें MSC अन्ना और APL रैफल्स शामिल हैं, जो खुद को दक्षिण एशिया में एक प्रमुख कंटेनर हब के रूप में स्थापित करता है.

इस कदम से क्या होगा फायदा?
समूह ने कहा कि ऐतिहासिक आगमन वैश्विक व्यापार की उभरती मांगों को पूरा करने के लिए संधारणीय प्रथाओं को आगे बढ़ाने और रसद बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाने में अडानी पोर्ट्स की अग्रणी भूमिका का प्रमाण है. अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड (APSEZ) भारत का सबसे बड़ा कमर्शियल बंदरगाह संचालक है, जो देश में लगभग एक-चौथाई कार्गो मूवमेंट के लिए जिम्मेदार है. गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, केरल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और ओडिशा के सात समुद्री राज्यों में 13 घरेलू बंदरगाहों पर इसकी उपस्थिति है.

अडानी पोर्ट के अनुसार, बंदरगाह सुविधाएं लेटेस्ट कार्गो-हैंडलिंग बुनियादी ढांचे से सुसज्जित हैं जो न केवल अपनी कैटेगरी में बेस्ट है, बल्कि भारतीय तटों पर आने वाले सबसे बड़े जहाजों को संभालने में भी सक्षम है. बंदरगाह विभिन्न प्रकार के कार्गो को संभालने के लिए सुसज्जित हैं, जिनमें ड्राई कार्गो, लिक्विड कार्गो, क्रूड से लेकर कंटेनर तक शामिल हैं. अपनी सहायक कंपनी अडानी लॉजिस्टिक्स लिमिटेड के माध्यम से APSEZ हरियाणा के पाटली, पंजाब के किला-रायपुर और राजस्थान के किशनगढ़ में स्थित तीन लॉजिस्टिक्स पार्क भी संचालित करता है.

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