HMPV Case Update: चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान रिसर्चर वांग लिपिंग ने कहा, “ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) कोई नया वायरस नहीं है, और यह कम से कम दो दशकों से हमारे साथ है.”
भारत में कड़ी निगरानी के बीच नए HMPV केस लगातार सामने आ रहे हैं. हफ्ते में गुजरात, असम और पुडुचेरी में नए HMPV के मामला सामने आए हैं. HMPV को लेकर बढ़ रही चिंताओं के बीच चीन से एक अच्छी खबर आई है. चीन में HMPV वायरस के केस कम होने लगे हैं, लेकिन भारत के लिए अभी भी राहत की सांस लेने का समय नहीं है.
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान रिसर्चर वांग लिपिंग ने कहा, “ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) कोई नया वायरस नहीं है, और यह कम से कम दो दशकों से हमारे साथ है.” वांग ने कहा कि हाल के सालों में वायरस के मामलों की संख्या में तेजी हुई है, ये पहली बार 2001 में नीदरलैंड में पाया गया था. उन्होंने कहा, की अब HMPV के केस में उतार चढ़ाव हो रहा है और उत्तरी प्रांतों में पॉजिटिव केस की दर घट रही है.
भारत में कितने मामले?
सोमवार को भारत में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) का एक नया मामला पुडुचेरी से सामने आया है, जहां एक बच्ची को बुखार, खांसी और नाक बहने की शिकायत थी और जांच से पुष्टि हुई की उसे HMPV है. इस मामले के बाद भारत में अब HMPV के कुल 17 मामले हैं, जिसमें गुजरात में सबसे ज़्यादा पांच मामले, उसके बाद महाराष्ट्र और कोलकाता में तीन-तीन, कर्नाटक, तमिलनाडु और पुडुचेरी में दो-दो और असम में एक मामला है. हालांकि की प्रशासन की ओर से कोई आपातकालीन चेतावनी जारी नहीं की गई है, लेकिन लोगों से सावधानी बरतने का आग्रह किया जा रहा है.
HMPV लक्षण और बचाव?
HMPV में खांसी, बुखार, नाक बहना, गला खराब होना और सांस लेने में परेशानी जैसी दिक्कत होती हैं. ये ज्यादातर छोटे बच्चों को अपना शिकार बनाता है. इससे बचाव के लिए हाथ धोकर खाना खाएं, संक्रमित के संपर्क में न आएं और खांसी- जुकाम और बुखार होने पर जांच कराएं. सात ही बच्चों का खास ध्यान रखें.