MP Cyber Police : सावधान! कहीं साइबर अपराधियों के हाथ आपकी सिम न लग जाए, इसके लिए सतर्क रहें। जी हां आम लोगों के लिए स्टेट साइबर पुलिस ने एक एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी में बताया गया है कि किस तरह से साइबर जालसाज आम लोगों के नाम की सिम का अपराधों को अंजाम देने में इस्तेमाल करते हैं।
ऐसे हो रही जालसाजी
जालसाज सरकारी योजनाओं को लेकर ग्रामीण इलाकों में जाते हैं और लोगों से आधार कार्ड की डिटेल लेकर या बायोमेट्रिक लगवाकर उनके नाम से सिम कार्ड एक्टिवेट करा देते हैं। फिर इस सिम को पैसे लेकर अपराधियों को बेच दिया जाता है।
जालसाजों का दूसरा तरीका
जालसाजों का दूसरा तरीका यह है कि जब आप दुकान या स्टोर पर सिम खरीदने जाते हैं तो दुकान आपके नाम पर सिम एक्टिवेट कर दे देता है और फिर से किसी न किसी बहाने से आपका अंगूठा लगवाता है और दो या तीन सिम फिर से एक्टिवेट करके जालसाजों को बेच देता है। इसलिए साइबर पुलिस ने लोगों से अपील की है कि सिम खरीदने के लिए हमेशा ऑफिशियल स्टोर पर जाए। सिम कार्ड को हमेशा पैकेट बंद ही खरीदें और पहले से ही एक्टिवेट सिम को खरीदने से बचें। किसी दुकान होटल में जो भी डाक्यूमेंट दे इसमें उपयोग का उद्देश्य लिखकर डाक्यूमेंट में लगी फोटो पर क्राॅस लगा दें।
जारी किया हेल्पलाइन नंबर
स्टेट साइबर पुलिस ने जारी एडवाइजरी कहा है कि यदि कोई साइबर अपराध घटित होता है या आपको किसी भी तरह से साइबर अपराध की जानकारी मिलती है तो उसकी शिकायत नजदीकी थाने या साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर करें।