कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी मंगलवार को केरल में अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड पहुंची. यहां उन्होंने पंचराकोली में बाघ के हमले में मारी गई आदिवासी महिला राधा के परिजनों से मुलाकात की. सांसद ने परिवार के साथ करीब आधा घंटा समय बिताया और संवेदना सांत्वना दी.
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी मंगलवार 28 जनवरी को केरल में अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड पहुंची. यहां उन्होंने पंचराकोली में आदमखोर बाघ के हमले में मारी गई आदिवासी महिला राधा के परिजनों से मुलाकात की. सांसद ने परिवार के साथ करीब आधा घंटा समय बिताया और संवेदना सांत्वना दी. इस दौरान प्रियंका के साथ कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, केपीसीसी अध्यक्ष ते सुधाकरण, विधायक टी सिद्दीकी समेत अन्य लोग मौजूद थे.
प्रियंका गांधी कन्नूर हवाई अड्डे से सड़क मार्ग द्वारा वायनाड पहुंचीं थीं. वायनाड पहुंचकर सबसे पहले वो राधा के घर पहुंचीं. हालांकि इस दौरान उन्हें सीपीआईएम कार्यकर्ताओं के विरोध का भी सामना करना पड़ा. बाघ के हमले में जान गंवाने वाली महिला के परिवार से मुलाकात में कथित देरी का आरोप लगाते हुए कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाकर प्रियंका का विरोध किया साथ ही वापस जाओ के नारे भी लगाए. बीते 24 जनवरी को पंचराकोली राधा बाघ के हमले का शिकार हुईं थी, जिसमें उनकी मौत हो गई थी. राधा मनंतावाड़ी गांव में स्थित प्रियदर्शिनी एस्टेट में कॉफी बीन्स लेने गई थी. इसी दौरान उन पर बाघ ने हमला किया था जिसमें उनकी मौत हो गई थी.
बाघ के पेट से मिले थे महिला के बाल, कपड़े और बालियां
सोमवार (27 जनवरी ) को राधा पर हमला करने वाला बाघ भी मृत पाया गया. वन अधिकारियों के मुताबिक बाघ के पोस्टमार्टम के दौरान उसके पेट में महिला के बाल, कपड़े और बालियां पाई गई थीं. ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि इसी वजह से बाघ की मौत हुई है. बाघ को सोमवार सुबह वन्यजीव कर्मियों के एक दल ने देखा था. जिसके बाद उन लोगों ने उसका पीछा किया, लेकिन वो गायब होगा. हालांकि थोड़ी देर बाद उसे पिलाकावु में एक आबादी वाले इलाके में एक घर के पीछे बेसुध पाया गया. पोस्टमार्टम के बाद वन अधिकारियों ने बताया कि बाघ की गर्दन पर गहरे घाव पाए गए थे जिसके कारण उसकी मौत हुई.
वन्यजीवों के हमलों पर प्रियंका गांधी ने जताई थी चिंता
प्रियंका गांधी ने इससे पहले वायनाड में लगातार हो रहे वन्यजीवों के हमलों पर चिंता जताते हुए कहा था कि लोग डर में जी रहे हैं. उन्होंने उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने और उनकी चिंताओं को कम करने के लिए तत्काल उपाय करने का आग्रह किया था. प्रियंका ने इन हमलों के कारण पशुधन की हानि और कृषि भूमि के विनाश के बारे में लोगों की चिंताओं को भी साझा किया.