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मुंबई में HMPV वायरस से निपटने के लिए तैयार किया गया अत्याधुनिक आइसोलेशन वार्ड, टास्क फोर्स का गठन

मुंबई के प्रतिष्ठित सरकारी कामा और अल्बलिस अस्पताल में चीन के नए ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस (HMPV) के संक्रमण से निपटने के लिए 3 विशेष आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं. ये वार्ड बच्चों, गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के लिए तैयार किए गए हैं.

मुंबई के बड़े सरकारी अस्पताल, कामा और अल्बलिस अस्पताल में चीन के नए ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस (HMPV) से निपटने के लिए 3 विशेष आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं. ये महाराष्ट्र का पहला सरकारी अस्पताल है, जहां इस वायरस के सिम्प्टोमेटिक और पॉजिटिव मरीजों को अलग रखने की व्यवस्था की गई है. इन आइसोलेशन वार्ड्स में पहला वार्ड बच्चों के लिए, दूसरा वार्ड महिलाओं के लिए और तीसरा NICU आइसोलेशन वार्ड नवजात शिशुओं के लिए बनाया गया है.

खास बात यह है कि इस वायरस का प्रभाव खासकर बच्चों और गर्भवती महिलाओं पर अधिक होता है, जिससे इस अस्पताल को HMPV वायरस अस्पताल के रूप में चुना गया है, क्योंकि यह अस्पताल बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए डेडिकेटेड है. महाराष्ट्र सरकार ने एक टास्क फोर्स का भी गठन किया है, जो 24 घंटे इस वायरस के मरीजों पर नजर रखेगी. राज्य सरकार का कहना है कि यह वायरस नया नहीं है और इसका प्रभाव भी मरीजों में ज्यादा नहीं होता, लेकिन राज्य में अब तक इस वायरस के 5 केस सामने आने के बाद एहतियातन इन आइसोलेशन वार्ड्स का निर्माण किया गया है.

हाल ही में मुंबई में बढ़ते HMPV मामलों को देखते हुए महाराष्ट्र प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है. कामा अस्पताल में तीन विशेष आइसोलेशन वार्ड की स्थापना की गई है और राज्य सरकार ने एक टास्क फोर्स का गठन किया है जो संक्रमण की स्थिति पर नजर रखेगा और आवश्यक कदम उठाएगा.

तीन आइसोलेशन वार्ड का निर्माण
कामा अस्पताल में कुल 3 आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं. पहला आइसोलेशन वार्ड नवजात शिशुओं और 13 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए है, जहां सिम्प्टोमेटिक बच्चों को एडमिट किया जाएगा और उनका इलाज किया जाएगा.

दूसरा आइसोलेशन वार्ड खास उन महिलाओं के लिए है जो गर्भवती हैं या जिन्होंने हाल ही में डिलिवरी की है और जिनमें वायरस के लक्षण दिख रहे हैं. इस वार्ड में स्पेशल डिलीवरी रूम भी बनाया गया है.

तीसरा आइसोलेशन वार्ड NICU है, जो नवजात शिशुओं के लिए है और जो इंटेंसिव केयर की जरूरत पड़ने पर इसका उपयोग होगा. यह अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है और फिलहाल 3 बेड का है.

HMPV वायरस के बारे में जानकारी
HMPV (ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस) एक श्वसन संबंधी वायरस है जो बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्तियों को प्रभावित करता है. यह वायरस गंभीर सर्दी, खांसी, गले में दर्द, बुखार और श्वसन संक्रमण का कारण बन सकता है. खासकर निमोनिया और ब्रोंकियोलाइटिस के मामलों में यह अधिक खतरनाक साबित हो सकता है.

महाराष्ट्र सरकार की अपील
राज्य सरकार ने नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है. HMPV वायरस से बचाव के लिए मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और हाथों की सफाई को प्राथमिकता देने की सलाह दी गई है. इसके अलावा, अगर किसी को खांसी, बुखार या सांस लेने में तकलीफ हो तो तुरंत चिकित्सीय सहायता लेने की सलाह दी गई है.

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