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डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति चुने जाने पर भारत-अमेरिका संबंधों में और मजबूती की उम्मीद की जा रही है। ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घनिष्ठता दोनों देशों के बीच सकारात्मक सहयोग की संभावना को बढ़ा सकती है। संसद के दोनों सदनों में रिपब्लिकन पार्टी की बहुमत के साथ, ट्रंप के कार्यकाल में रक्षा सहयोग और आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त प्रयास बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।
ट्रंप के प्रधानमंत्री मोदी के साथ करीबी संबंध के चलते भारत को कई फायदे मिलने की संभावनाएं हैं:
रक्षा और आतंकवाद: ट्रंप और मोदी की मित्रता से भारत और अमेरिका के बीच रक्षा सहयोग बढ़ सकता है। इससे भारत के रक्षा क्षेत्र में मजबूत साझेदारी की संभावना है और आतंकवाद के खिलाफ दोनों देशों का संयुक्त मोर्चा मजबूत होगा।
बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा: बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हुए हमलों की ट्रंप ने कड़ी निंदा की थी। उम्मीद की जा रही है कि भारत का दबाव बांग्लादेश पर बढ़ेगा, जिससे अल्पसंख्यकों के हितों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।
चीन और कनाडा का दबाव कम होगा: ट्रंप की जीत से भारत पर चीन और कनाडा का दबाव घटने की उम्मीद है। भारत-अमेरिका के बीच व्यापार और रणनीतिक सहयोग बढ़ने से क्षेत्र में संतुलन बनेगा।
ट्रंप के राष्ट्रपति बनने पर पीएम मोदी ने उन्हें बधाई दी और उम्मीद जताई कि उनके कार्यकाल में भारत-अमेरिका संबंधों की नई ऊंचाई को छूने का अवसर मिलेगा।