Jaya Kishori Modelling Photos: सोशल मीडिया पर कथावाचक जया किशोरी की एक तस्वीर वायरल हो रही है। जांच में यह इमेज फेक ओर AI जनरेटेड पाई गई है। जानें पूरा मामला।
Jaya Kishori Modelling Photos: सोशल मीडिया पर कथावाचक जया किशोरी की एक तस्वीर वायरल हो रही है। दावा किया जा रहा है कि यह उनके मॉडलिंग करियर के दिनों की है। इस तस्वीर को कमाल आर खान (केआरके) समेत कई लोगों ने शेयर किया। केआरके ने लिखा कि जया किशोरी पहले फिल्मी दुनिया में नाम कमाना चाहती थीं।
सोशल मीडिया पर तस्वीर को लेकर छिड़ी बहस
वहीं कुछ दूसरे यूजर्स ने जया किशोरी की फर्जी और एआई जनरेटेड तस्वीर को लेकर राजपूत समाज को भी निशाना बनाया। इन दावों ने सोशल मीडिया पर विवाद खड़ा कर दिया। जया किशोरी के अनुयायियों ने इन दावों का खंडन किया है। साथ ही सोशल मीडिया पर इस तस्वीर को शेयर करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। इस बीच कुछ सोशल मीडिया यूजर्स फोटो पोस्ट कर इस तस्वीर की सच्चाई जानने की भी कोशिश कर रहे हैं।
तस्वीर में पाई गईं कई गड़बड़ियां
जांच में पाया गया कि वायरल तस्वीर में कई गड़बडियां पाई गई हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हुई इस तस्वीर में जया किशोरी के एक हाथ में छह उंगलियां दिखाई दे रही हैं, जबकि असल में उनके हाथों में पांच उंगलियां हैं। इसके अलावा, उनके गले की माला हवा में लटकी हुई नजर आ रही है। इन गड़बियों को देखने के बाद इस बात को लेकर सवाल खड़े होने लगे की यह तस्वीर फर्जी है।
एआई डिटेक्शन टूल्स ने क्या बताया?
जांच के दौरान एआई डिटेक्शन टूल्स का इस्तेमाल किया गया। Sightengine और Hivemoderation जैसे टूल्स ने पुष्टि की कि 99% संभावना है कि यह तस्वीर एआई द्वारा बनाई गई है। डीपफेक तकनीक का इस्तेमाल कर इसे बनाया गया लगता है। इस निष्कर्ष के बाद, तस्वीर की वास्तविकता पर लगे दावे कमजोर पड़ गए।
जया किशोरी ने नहीं दी है प्रतिक्रिया
जया किशोरी ने इस तस्वीर पर अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स पर इस तस्वीर से जुड़ी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। हालांकि, उनके समर्थकों ने इन दावों को झूठा और अपमानजनक बताया है। यह मामला सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है। जया किशोरी के अनुयायी इस तस्वीर को शेयर करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की मांग कर रहे हैं। इस फोटो को शेयर कर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले समाजवादी पार्टी के एक नेता के खिलाफ भी एक्शन लेने की मांग की जा रही है।
क्या सिखाता है यह मामला?
इस वायरल इमेज के बाद एक बार फिर से एआई के संभावित खतरों को लेकर सवाल उठने लगे हैं। मौजूदा समय में वायरल तस्वीरों और उनके पीछे के दावों को वेरिफाई करना बेहद जरूरी हो गया है। इस मामले ने एक बार फिर एआई जनरेटेड कंटेट के गलत इस्तेमाल की समस्या को सामने लाया है। सोशल मीडिया पर किसी भी जानकारी को बिना वेरिफाई किए शेयर करने से गलतफहमियां फैला सकती हैं। ऐसे में किसी भी तस्वीर या वीडियो को शेयर करने से पहले उसे वेरिफाई करना बेहद जरूरी हो गया है।