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बागपत हादसा: निर्वाण महोत्सव में मंच ढहने से 7 की मौत, 40 श्रद्धालु घायल

Baghpat Nirvana Mahotsav Accident: बागपत में भगवान आदिनाथ के निर्वाण लड्डू पर्व पर मान स्तम्भ परिसर में लकड़ी से बना मंच ढह गया. इससे 50 से अधिक श्रद्धालु दब गए. 7 की मौत हुई है और 40 अन्य घायल हैं. पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर हैं. बचाव कार्य जारी है.

उत्तर प्रदेश के बागपत से बड़ी खबर सामने आई है. यहां मंगलवार की सुबह भगवान आदिनाथ के निर्वाण लड्डू पर्व पर मान स्तम्भ परिसर में लकड़ी से बना मंच ढह गया. इससे 50 से अधिक श्रद्धालु नीचे दब गए. 7 श्रद्धालुओं की इस हादसे में मौत हुई है. 40 अन्य घायल हुए हैं. हादसे के तुरंत बाद मौके पर भगदड़ मच गई. साथ ही भगदड़ को कंट्रोल कर रहे 5 पुलिसकर्मी भी इसमें घायल हुए हैं.

बड़ौत शहर कोतवाली क्षेत्र के गांधी रोड पर यह दर्दनाक हादसा हुआ है. आनन-फानन में घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है. डीएम अस्मिता लाल और एसपी अर्पित विजयवर्गीय अस्पतालों में पहुंचकर घायलों की जानकारी ले रहे हैं.

बनाया गया था 65 फीट ऊंचा मंच

जानकारी के अनुसार, श्री दिगंबर जैन डिग्री कॉलेज के मैदान पर बनाए गए मान स्तंभ का मंच टूटने से 7 की मौत हो गई है. कई अन्य घायल हुए हैं. आज निर्वाण महोत्सव के तहत यहां धार्मिक कार्यक्रम होना था, यहां 65 फीट ऊंचा मंच बनाया गया था. इसकी सीढ़ियां टूट गईं. इससे वहां बना मंच ढह गया और कई श्रद्धालु उसके नीचे दब गए. फिर वहां भगदड़ मच गई. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. फिलहाल बचाव कार्य जारी है. मौके पर पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारी मौजूद हैं.

सीएम योगी ने घटना पर जताया दुख

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बागपत जिले की घटना का संज्ञान लिया. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचने और राहत कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने घायलों के समुचित इलाज के निर्देश दिये हैं. इसके साथ ही उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है.

वजन ज्यादा होने से ढहा मचान

चश्मदीदों के मुताबिक, आयोजकों ने इसके लिए 65 ऊंचा लकड़ी का मंच बनाया था. ऊपर भगवान की 4-5 फीट ऊंची प्रतिमा रखी थी. श्रद्धालु भगवान तक पहुंचने के लिए मचाननुमा सीढ़ियों से ऊपर चढ़ रहे थे. इसी दौरान वजन बढ़ने के चलते पूरा मचान भरभराकर नीचे गिर गया. मौके पर चीख पुकार मच गई. मचान के नीचे दबे लोग मदद के लिए चीखने लगे. बाकी लोग जान बचाने के लिए यहां वहां भागने लगे. यह मंजर बेहद दर्दनाक था.

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