32 साल बाद ‘रामायण: द लीजेंड ऑफ प्रिंस राम’ ने सिनेमाघरों में दस्तक दी है. फिल्म को काफी पसंद किया जा रहा है. इस फिल्म के साथ अमरीश पुरी जैसे कई सितारों का नाम जुड़ा था. इन्ही में से एक एक्टर थे संजय दत्त के पिता और बॉलीवुड के लेजेंड्री एक्टर सुनील दत्त.
‘रामायण: द लेजेंड ऑफ प्रिंस राम’ इन दिनों थिएटर्स में शानदार प्रदर्शन कर रही है और दर्शकों के दिलों में एक बार फिर अपनी जगह बनाने में कामयाब रही है. रामायण हर भारतीय के लिए खास है, क्योंकि इसमें रिश्तों की गहराई, अच्छाई की बुराई पर जीत, प्रकृति और जीवन का संतुलन, दोस्ती और विश्वास जैसे गहरे मूल्यों को काफी खूबसूरती से दिखाया गया है. फिल्म को फिर से रिलीज किया गया, जिसको लोगों से अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है.
32 साल बाद ‘रामायण: द लीजेंड ऑफ प्रिंस राम’ ने सिनेमाघरों में दस्तक दी है. फिल्म को काफी पसंद किया जा रहा है. इस फिल्म के साथ अमरीश पुरी जैसे कई सितारों का नाम जुड़ा था. इन्ही में से एक एक्टर थे संजय दत्त के पिता और बॉलीवुड के लेजेंड्री एक्टर सुनील दत्त. उन्होंने इस फिल्म के लिए स्पेशल एडवाइज़र के रूप में अहम भूमिका निभाई थी. संजय दत्त के पिता, सुनील दत्त का इस फिल्म में बहुत बड़ा हाथ था.
जापानी एनीमे अडैप्टेशन है फिल्म
सुनील की मेहनत और मार्गदर्शन ने इस महाकाव्य को एक नई ऊंचाई दी थी. उनका ये योगदान इस फिल्म को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने में बेहद अहम साबित हुई, और ये फिल्म हमेशा याद रखी जाएगी. ‘रामायणः द लेजेंड ऑफ प्रिंस राम’ एक खास जापानी एनीमे अडैप्टेशन है, जो वाल्मीकि के महाकाव्य को इंडिया और जापान की संस्कृतियों का बेहतरीन मेल बनाकर पेश करती है. इस फिल्म की शुरुआत और बनावट में सुनील दत्त का अहम योगदान था.
सुनील दत्त को मिला था पद्मा श्री सम्मान
सुनील न सिर्फ एक बड़े अभिनेता, फिल्म निर्माता और निर्देशक थे, बल्कि भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए उन्हें पद्म श्री भी मिला था. उन्होंने इस फिल्म के लिए स्पेशल एडवाइज़र के तौर पर काम किया, और उनका योगदान इस फिल्म को खास बनाने में अहम था.’रामायण: द लेजेंड ऑफ प्रिंस राम’ इस वक्त भारत में गीक पिक्चर्स इंडिया, एए फिल्म्स और एक्सेल एंटरटेनमेंट के साथ सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है. ये फिल्म 24 जनवरी, 2025 को 4K फॉर्मेट में अंग्रेजी, हिंदी, तमिल, और तेलुगू में रिलीज की गई थी.